भारतकोश- ज्ञान का हिन्दी-महासागर
- 'भारत डिस्कवरी' विभिन्न भाषाओं में निष्पक्ष एवं संपूर्ण
ज्ञानकोश उपलब्ध कराने का अव्यावसायिक शैक्षिक मिशन है। 'भारतकोश' हिन्दी
में प्रस्तुत है, साथ ही सम्पादन सुविधा उपलब्ध है।
|
भारत कोश
|
कुल पृष्ठ- 57,069 • देखे गये पृष्ठ- 12,717,962
कुल लेख- 17,662 • कुल चित्र- 6,981
|
|
|
|
आज का दिन - 24 दिसम्बर 2011
यदि दिनांक सूचना सही नहीं दिख रही तो कॅश मेमोरी समाप्त कीजिए
|
|
विशेष आलेख
- श्रावस्ती न केवल बौद्ध और जैन धर्मों का एक महत्त्वपूर्ण केंद्र था अपितु यह ब्राह्मण धर्म एवं वेद विद्या का भी एक महत्त्वपूर्ण केंद्र था।
- बुद्ध के जीवन काल में श्रावस्ती कोशल देश की राजधानी थी। एक बौद्ध ग्रन्थ के अनुसार वहाँ 57 हज़ार कुल रहते थे और कोसल-नरेशों की आमदनी सबसे ज़्यादा इसी नगर से हुआ करती थी।
- गौतम बुद्ध के समय में भारत के 6 बड़े नगरों में श्रावस्ती की गणना हुआ करती थी। ... और पढ़ें
|
|
एक पर्यटन स्थल
- कोणार्क के सूर्य मंदिर को गंग वंश के राजा नरसिम्हा देव प्रथम ने लगभग 1278 ई. में बनाया था।
- कहा जाता है कि ये मंदिर अपनी पूर्व निर्धारित अभिकल्पना के आधार
पर नहीं बनाया जा सका। मंदिर के भारी गुंबद के हिसाब से इसकी नींव नहीं
बनी थी।
- यहाँ के स्थानीय लोगों की मानें तो ये गुम्बद मंदिर का हिस्सा था
पर इसकी चुम्बकीय शक्ति की वजह से जब समुद्री पोत दुर्घटनाग्रस्त होने
लगे, तब ये गुम्बद हटाया गया। शायद इसी वज़ह से इस मंदिर को 'ब्लैक पैगोडा'
भी कहा जाता है। ... और पढ़ें
|
|
|
भूला-बिसरा भारत
- 'टेसू' को साथ लेकर बच्चे घर-घर जाकर पैसे मांगते थे चाहे वे अमीर घर के हों या ग़रीब ...और पढ़ें
- भारतीय शिक्षा परंपरा में 'टोल' का प्रचलन लगभग पूरे भारत में था ...और पढ़ें
- घर-घर में पायी जाने वाली 'रहल' अब दुर्लभ हो गयी है ... और पढ़ें
- भारत में पहले छोटी मुद्रा के रूप में भी प्रयोग होती थी 'कौड़ी' ? ... और पढ़ें
|
|
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
|
|
|
|
एक व्यक्तित्व
- कबीरदास हिन्दी साहित्य के भक्ति काल के इकलौते ऐसे कवि हैं, जो आजीवन समाज और लोगों के बीच व्याप्त आडंबरों पर कुठाराघात करते रहे।
- हज़ारी प्रसाद द्विवेदी के अनुसार, "भाषा
पर कबीर का ज़बरदस्त अधिकार था। वे वाणी के डिक्टेटर थे। जिस बात को
उन्होंने जिस रूप में प्रकट करना चाहा है, उसे उसी रूप में कहलवा लिया- बन
गया है तो सीधे–सीधे, नहीं दरेरा देकर।" ... और पढ़ें
|
|
|
|
भारतकोश के कुछ चर्चित लेख
वर्णमाला क्रमानुसार पन्ने की खोज कर सकते हैं
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें