पीएम साहब इस्तीफा दे दीजिए, कब तक बंशी बजाते रहेंगे

मतलब साफ़ है की किसी न किसी स्तर पर उक्त ब्लैक मनी वाले का नाम सामने आयेगा ही, फ़िर विदेशी बैंक से हुये नाम न खोलने वाली शर्त का तो कोई औचित्य ही नहीं रह जाता। प्रधानमंत्री जी को मैंने यह भी लिखा है कि कोई भी व्यक्ति थोडी संजीदगी के साथ भ्रष्ट साधनों का उपयोग करके टैक्स विभाग या डाक विभाग से जानकारी हासिल कर सकता है। सबसे मजेदार पहलू जो प्रधानमंत्री के बयान का है, वह है विदेशी बैंकों में जमा काले धन पर टैक्स वसूलने की। टैक्स सिर्फ़ ज्ञात सूत्रों से हुई आय पर ही लिया जा सकता है। अगर किसी ने डकैती करके आय अर्जित की है तो वह जब्त की जायेगी, न की उसपर टैक्स वसूला जायेगा।
महंगाई पर काबू पाने में असमर्थता प्रकट करना उनकी निराशा को दर्शाता है। मैं पहले भी उन्हें त्यागपत्र देने की सलाह दे चुका हूं, परिस्थितियां भी यही संकेत कर रही हैं। आखिर कब तक देश निरो की बांसुरी सुनेगा।
नीचे समाचार है और उसके बाद मेरे भेजे गये ई-मेल की प्रति। आप सबको अगर मेरी बात ठीक लगे तो खुद भी एक ई-मेल भेजें, शायद पीएम को सदबुद्धि आ जाये और भ्रष्टाचारियों के खाते का राज खोल दें।
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