शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2015

10 खुलासे







दुनिया भर में सेक्स  को लेकर खुलासे














सेक्स शब्द का नाम आते ही लोगों के कान खड़े हो जाते हैं। हर उम्र और समय में 'सेक्स' कौतूहल का विषय रहा है। वैसे, कई बार सवाल उठता है कि सेक्स के बारे में इतनी बात करने के बाद भी दुनिया की बहुत बड़ी आबादी इसे लेकर कुछ नहीं जानती है और अपरिपक्व है। कई बार इसे लेकर भ्रांतियां और मिथक भी सामने आते रहते हैं।

dainikbhaskarhindi.com अपने पाठकों को आज दुनियाभर की कुछ ख़ास जातियों और जनजाति की सेक्स कल्चर के बारे में बता रहा है, यहां के रिवाज औरों से एकदम अलग हैं। इन सब बातों को जानने के बाद हो सकता है कि आप थोड़ा विचलित हो जाएं।
सैम्बियन्स, पपुआ न्यू गिनी (वीर्य पीने वाले आदिवासी)
इस आदिम जनजाति में मर्द बनने के लिए सात साल की उम्र से ही महिलाओं के साथ उठना-बैठना बंद करना होता है और अगले दस सालों तक बड़े पुरुषों की संगति लेनी होती है। इतना ही नहीं, बड़े लोगों की तरह सोचने और ताकत पाने के लिए यह उनका वीर्य भी निगल लेते हैं। हमेशा नाक से खून निकलता रहे, इसके लिए हर रोज अधिक मात्रा में गन्नों को चूसना होता है। नाक से खून  कुछ इस तरह निकलता है, जैसे औरतों को मासिक धर्म होता है।
द मार्दुजरा, ऑस्ट्रेलिया (मर्द बनाने के लिए किया प्राइवेट पार्ट का काटा जाना)
इस आदिवासी समाज में पुरुषों का खतना किया जाता है। इसमें उनके लिंग की चमड़ी को काट दिया जाता है, कभी-कभी गलती से अंडकोष की थैली भी कट जाती है और भारी मात्रा में खून निकलने लगता है। पुरुष मूत्रमार्ग से मूत्र करने के बजाय नीचे की ओर से मूत्र त्यागता है। लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि मर्द बनाने की इस प्रथा में कई बार पुरुषत्व से भी हाथ धोना पड़ता है। 
द ट्रोब्रियंडर्स, पपुआ न्यू गिनी (सिर्फ छह साल की उम्र में सेक्स के तैयार)
पपुआ गिनी की जनजातियों में सेक्स को लेकर अति उत्सुकता का आलम है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यहां लड़कियां सिर्फ छह से आठ साल और लड़के 10 से 12 साल की उम्र में ही सेक्स संबंध बनाना शुरू कर देते हैं। इसे जरा भी बुरा नहीं माना जाता। डेटिंग के दौरान लड़कियां टॉपलेस रह सकती हैं। जिसका जब मन करता है, सेक्स करता है।  अजीब बात तो यह है कि शादी से पहले लड़का-लड़की का साथ खाना खाना कलंक समझा जाता है।
साउत डी ईयू, हैती (इस शहर में जादू और प्यार को देख सकते हैं)
यदि आप हैती के साउत डी ईयू का झरना देखने जाते हैं तो आपको वहां अजीब नजारे देखने को मिलेंगे। गर्मी में झरने के नीचे कई लोग अपने सारे कपड़े उतार कर प्रेम के देवता को खुश करते हैं। लोग बलि दिए गए जानवरों के खून को मिट्टी में मिलाकर शरीर पर लगाते हैं। हो सकता है यह प्रथा आपको पसंद न आए।
नेपाली, हिमालय की तराई (भाई आपस में पत्नी का बांटते हैं)
कई समाजों में देखा जाता है कि कई भाइयों की शादी एक महिला से करा दी जाती है। कई पौराणिक कथाओं में भी इसका जिक्र मिलता है। हिमालय की तराई नेपाल में खेती करने वाले परिवारों में पत्नी का बंटवारा बड़ी आम बात है। ऐसा इसलिए होता है कि कई शादियों से कई परिवार बन जाते हैं और उससे संपत्ति के कई टुकड़े होते हैं। इसके लिए भाईयों में एक ही पत्नी को रखा जाता है, जिससे बंटवारे की नौबत न आए। परिवार एक ही रहे।
वोडाबी, नाइजर (पुरुष एक-दूसरे की पत्नियों चुराते हैं)
पश्चिमी अफ्रीका के नाइजर में वोडाबी समाज में पुरुष एक-दूसरे की पत्नियां चुराते हैं। इनके यहां पहली शादी बचपन में एक ही वंश और रिश्तों में तय कर दी जाती है। बावजूद इसके, गेरेवोल फेस्टिवल के दौरान पुरुष मेकअप और डांस से महिलाओं को रिझाने की कोशिश करते हैं, ताकि वे उनके चंगुल में फंस जाएं। यदि कोई पुरुष अपनी वर्तमान पत्नी में दिलचस्पी नहीं दिखाता है तो उसे चुराई गई पत्नी के साथ रहने की अनुमति दे दी जाती है।
प्राचीन मिस्र फैरोह, (सार्वजनिक रूप से मैथुन की अभ्यास करने की इजाजत)
सेक्स और सोसायटी के अनुसार, नील नदी (मिस्र की प्राचीन और ऐतिहासिक नदी) में आने वाला ज्वार-भाटा भगवान द्वारा किया जाता है। कुछ इसी तरह का दृष्टिकोण मिस्र के फैरोह ने अपनाया था। उन्होंने सार्वजनिक रूप से खुद को उत्तेजित करने के लिए मिन देवता के फेस्टिवल में मैथुन को अनिवार्य बनाया। ऐसा माना जाता था कि मिन देवता फैरोह की यौनशक्ति बढ़ाते हैं। उस दौरान पुरुष सार्वजनिक स्थल पर मैथुन कर सकता था।
प्राचीन यूनान (होमोसेक्शुअलिटी पर पाबंदी नहीं)
प्राचीन ग्रीस (यूनान) में सेक्स संबंधों के लिए लिंग के आधार पर कोई भेद नहीं किया जाता था। यहां सभी को सेक्स क्रिया में भाग लेनी की आजादी थी, फिर चाहे वो पुरुष हो स्त्री या फिर वो चाहे समान जेंडर के क्यों न हों।
प्राचीन ग्रीस (लौंडेबाजी पर कोई एतराज नहीं)
यहां पुरुषों के आपस में प्यार करने को गलत नहीं समझा जाता था। एक बूढ़ा व्यक्ति किसी जवान लड़के से संबंध बना सकता था। अधिक उम्र का व्यक्ति उसे पढ़ाता था, सुरक्षित रखता था और उसकी सभी ख्वाहिशें पूरी करता था। इस तरह के लड़कों की उम्र 12 साल से कम होती थी। हालांकि, इस बात का आज तक कोई सबूत नहीं मिला कि इस कारण किसी व्यक्ति को सजा भुगतनी पड़ी हो।
मॉडर्न ईरानी संस्कृति, ईरान (पैसे देकर कुछ समय के लिए शादी की जाती है)
हम सभी जानते हैं कि महिला-पुरुष के बीच सेक्स के मामले में मुस्लिम समाज में कई तरह की कठोर पाबंदिया हैं। कई मुस्लिम देशों जैसे ईरान में प्रेमी जोड़े सेक्स करने के लिए अस्थाई शादी कर लेते हैं। इतना ही नहीं, एक छोटे-से समारोह के लिए उन्हें पैसे खर्च भी करने पड़ते हैं। एक लिखित दस्तावेज में शादी का समय मुकर्रर होता है। एक बार शादी हो जाने के बाद वे सेक्स कर सकते हैं, किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना।

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