सोमवार, 5 अक्टूबर 2015

चढ़ावे में केवल घड़ियाँ

 

 

 

 प्रस्तुति- स्वामी शरण

  नौगजा पीर 

हमारे देश भारत में कई  धार्मिक स्थलों पर बहुत ही विचित्र परम्पराये प्रचलित है। पूर्व में हमने आपको  Jangamwadi math के बारे में बताया था जहा पर परिजनों  कि मौत पर शिवलिंग दान किये जाते है। इसी क्रम में आज हम आपको एक ऐसी मजार के बारे में बता रहे है जहाँ पर  घड़ियाँ चढ़ाई जाती है। यह मजार है नौगजा पीर कि।

Devotee at Naugaja Peer's Mazar

नौगजा  पीर कि  मजार पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर शाहबाद कस्बे से सात किलोमीटर दूर हाईवे नंबर 1पर स्थित है। कहा  जाता है कि यह मजार एक ऐसे पीर कि है जिनकी लम्बाई 9 गज थी जो कि हरियाणा के शाहबाद में 500 A.D. में रहे थे। इसलिए यहाँ पर बनी मजार कि लम्बाई 9 गज है। यह जगह दो कारणों से प्रसिद्ध है। पहली  यह कि, यह जगह हिन्दू  - मुस्लिम एकता कि प्रतिक है क्योकि यहाँ पर एक ही जगह मुस्लिम संत कि मजार और हिन्दू के अराध्या देव शिव का मंदिर है।

Habur Stone, Which can turn milk into curd ( हाबुर स्टोन जो की दूध से दही जमा सकता है )

Main Gate Naugaja Peer/Naudara Shiv Mandir
Main Gate Naugaja Peer/Naudara Shiv Mandir

Shiv Temple At Naudara/Nau-gaja
Shiv Temple At Naudara/Nau-gaja

दूसरी यह कि इस मजार पर श्रद्धालु चढ़ावे में घड़िया चढ़ाते है।  यहाँ पर आपको करीने से सजाई हुई घड़ियाँ नजर आएँगी।

Watches at Naugaja Peer Mazar
Watches at Naugaja Peer's Mazar

यह परम्परा कब व कैसे शुरू हुई इसके बारे में कुछ पक्की जानकारी नहीं है। पर कहा जाता है कि हाईवे पर वाहन चालकों कि चिंता समय और सुरक्षित पहुचने कि होती है।  ऐसे में यहाँ शीश नवा कर जहा वे सुरक्षित यात्रा कि मनोकामना मांगते है, वही घड़ी चढ़ा कर यह दुआ माँगते है कि समय पर अपनी मंजिल में पहुँच जाए।
Mazar of Naugaja Peer
Mazar of Naugaja Peer
एक झील जिसमे दबा है अरबो का खजाना

इस पीर कि देखरेख का जिम्मा रेडक्रॉस के पास है। यहाँ पर इतनी अधिक घड़िया चढ़ती है कि बाद में रेडक्रॉस  को उन्हें बेचना पड़ता है। इस पैसे से ही मजार कि देखभाल की जाती है और सेवादारो को वेतन दिया जाता है।

Mazar of Naugaja Peer
Mazar of Naugaja Peer

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